सब कुछ अच्छा था
उस रात से पहले
कुछ लोग साथ थे
इस बात से पहले
भरोसा था उसपर भी
मुलाकात से पहले
भूल गया था सब कुछ
याद से पहले
बारिश का क्या है
बारिश ख़ूबसूरत थी
बरसात से पहले।
वो दिल के करीब थी
सवालात से पहले।
#ArjunaBunty

Hindi Poem by Arjuna Bunty : 111497202
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