#श्रुत
मां - जहां से जिन्दगी शुरू होती है।
वैसे तो प्यार की अभिव्यक्ति के लिए मां किसी एक दिन के लिए मोहताज नहीं होती क्योंकि मां के प्यार का कोई पर्याय नहीं होता। हर मां अपनी जिन्दगी में एक ही चाह रखती है कि उसकी सन्तान हमेशा उसकी सन्तान ही बनकर रहे। उम्र के किसी भी पड़ाव में पहुंच कर उसकी यह ख्वाहिश पूरी करते रहना बिल्कुल भी असंभव नहीं है।
अपने व्यस्त समय से थोड़ा कीमती समय मां को पूरी तरह से समर्पित कर दें। इससे अधिक मां अपनी सन्तान से कुछ नहीं चाहती।