दिल की गहराइयों को छू तुम्हारी याद आएगी,
चिता की आग बुझते ही ये दुनिया भूल जाएगी,
लिखने वालों ने लिखा ये दुनिया चार दिन की है,
मगर मेरा तजुर्बा है कहानी पल दो पल की है,
मुकर्रर वक़्त से पहले मौत क्या ख़ाक आएगी,
दिल की गहराइयों को छू तुम्हारी याद आएगी..