तुझे छोड़कर दिल लगाऊं कहां, अब तो सारा ज़माना पराया लगे।
इक ठिकाना मिला मुद्दतों से बड़ी, अब ये संभव कहां कि हम साया मिले।।
तू कहे की ज़माना है मुझमें फ़िदा , मैं तो चाहूं तुझे ,
शेष छलावा लगे।
न है कोई चाहत बस तेरे सिवा, करके स्वीकार मेरे गले से लगे।।
दिया कर्तव्य पथ का अगर वास्ता, सुन ले मेरा वचन भी अभी हांथ लगे।
मै हूं ऊर्जा तेरी और शक्ति का घर, गर मै न रही हो जाओगे बिना प्राण के।।
साथ रहने के वास्ते हुआ है जनम, हूं पिया मै तुम्हारी तुम मेरे सनम।
है अखिल विश्व परिवार माने जो हम, एक दूजे की खातिर जिएं और मरें।।
#विश्व