जब भी पा सको
आज़ादी यहाँ से,
पेश आइयेगा
अब जरा इज़्ज़त से ।।
उनसे जो
बेइज़त है,
क्योंकि वो अबोल है,
या फिर
बोलना भूल गए है।।
इज़्ज़त दीजियेगा जरा सी
उन्हें, जो
शातिर दिमाग
चलाते नहीं,
किसीका बूरा करने में
उनसे जो कि मूर्ख है,
आपके नजरिये से ।।
जरा इज़्ज़त से
पेश आइयेगा उनसे,
क्योंकि वो छोटे,
वो अबोल पशु भी
और उड़ते पंखी भी,
छोटे नही है
प्रकृति माताकी नज़र से ।।
और इस corona के लिए,
सब समान है,
तुम भी ओर वो भी..।।
वो गरीब पुरुष भी औऱ
वो मूर्ख सी स्त्री भी,
बड़े शहरका अफसर भी,,
गाँव का किसान भी,
वो काला भिखारी भी,
ओर वो गोरी मेडम भी,
वो राम भी,
ओर रहीम भी
ओर..
जीसस भी ।।
पेश आइयेगा
अब जरा इज़्ज़त से,
उनसे भी,
जो चार रास्ते पर खड़े है,
या ओवरटाइम करते है,
सिर्फ अपनी नोकरी के लिए,
ओर बेइज़्ज़त होते थे,
बड़े बाप के बेटों से..!!
जब भी पा सको
आज़ादी यहाँ से,
इज़्ज़त से पेश आइयेगा,
सबसे, उनसे भी
ओर ज़रा सा हमसे ..।।
~ sweety
Photos taken by me, from banglore zoo..!!