किस तरह तुझ पर गर्व लिखुं किस तरह से तुझ पर वाराजाऊँ।
दिल तो बहुत पहले जीतने वाले हो गए, अब बता तुझ पर क्या हाराजाऊँ।।दिल से कहता है तेरा जुड़वाँ,तुझे ईश्वर की वंदना में ही पाता हूँ।।तेरी नाराजगी भी पर नाज मुझे, हे देवी वंदन में तुझे सिर झुकाता हूँ।।हिन्दी जुड़वाँ