#KAVYOTSAV -2
"सुख-दुःख"
खुशियों के लिए गाये जाने वाले
स्वागत गीतों के जब बदल जाते हैं सुर
लगता है कभी कभी ...
दुःख सदैव चलता है
खुशी के संग-संग ही
इसलिए तो कहते हैं
कि दुःख के पीछे आता है सुख
कभी-कभी सुख से पहले ही
पहुँच जाता दुःख
और काबिज़ हो जाता
उसकी जगह!
-सुमन शर्मा