"राह ए इश्क़ मैं चलना आसान नही
"मेरे पैरो में पड़े देखो छाले है।
"मैं कोई बात मोहब्बत की अब नही करती
"मेरी जुबां पर लगे देखो ताले है।
"छोड दिया हाथ मिलना मैनें दोस्तों से
"दुश्मन ही अब मेरे सगे वाले है।
"दिखावे की है मोहब्बत यहाँ
"दिल के तो सब यहाँ काले है।
"क्यूँ ना लगे भीड मुसाफिर की
"महफिल में आये सब हुस्न वाले है।
"तुमको जाना है तो जाओ राह ए इश्क़
"मगर वहाँ पहुचते सिर्फ नसीब वाले है।
#_Atul _कि_कलम_से_?