मां तु शक्ति नो प्रताप छे
मां तु मारा जीवन नो आलाप छे
पण ऐ थी वधू
मां तु बाप छे!
मां तु मारी नानी नानी जीतनो मोटो पडघाट छे,
मां तु विष्व नु ञान धरावती ऐक मात्र चुपचाप छे,
मां तु मारा दुख ना समय मा सुख नो प्रभात छे,
ऐटलेज तो ,
मां तु बाप छे!
ऐक अधुरी कविता!
-Akash Suthar