Quotes by Meera Singh in Bitesapp read free

Meera Singh

Meera Singh

@meerasingh3946


तुम अगर सुनो तो इक बात कहूँ
अपने दिल के अल्फाज कहूँ
याद बहुत आती है तेरी
मैं तुमको दिन और रात कहूँ। ।
तुमसे अपने अल्फाज कहूँ
इस तपती धूप में छाया तुम हो
मेरे मन को बस भाया तुम हो
तुमको सुबह-ओ-शाम कहूँ
तुम अगर सुनो इक बात कहूँ। ।
मीरा सिंह

Read More

तुम्हारी राते गुजर रही है
किसी और की बाहों में
क्या तुम्हें मेरे अकेलेपन का एहसास है
ना आंखों में नींद है मेरी
और ना ही दिल में करार है।।

मीरा सिंह

Read More

Hey

मैनें अपने दिल को तेरा घर ही रहने दिया
धर्मशाला नही बनाया
तू यकीन कर सके तो कर
मैनें तेरे बाद ये दिल किसी से नही लगाया।।
मीरा सिंह

Read More

तुम्हें छूना नही चाहती
मगर देख लेना चाहती हूँ
तुम्हें अपना नही बनाना चाहती
मगर तुम्हारी बन जाना चाहती हूँ
ये खामोशियाँ ये दर्द ये घुटन
सब तेरी ही दी हुई अमानत है
मैं जीना चाहती हूँ मगर
अब बस मर जाना चाहती हूँ ।।

मीरा सिंह

Read More

लेकर शांति सभ्यता का संदेश
तू जो धरती पर आया
खिले हर बाग के फूल
धरती का कण-कण मुस्काया। ।

बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं

Read More

मां

बहुत हसरत है
तेरी जुबाॅ से माँ सुनने की।

मां तुझे सलाम

दिल के जज्बात को अल्फाज दिए जाए
जरूरी तो नही
जिससे हो इश्क वो साथ ही हो
जरूरी तो नही
हर इश्क मुकम्मल हो जाए
जरूरी तो नही
हर दर्द आंखों से छलक जाए
जरूरी तो नही
जो मेरी रूह में समाया है
उसे भी मुझसे मोहब्बत हो जाए
जरूरी तो नही।।

मीरा सिंह

Read More