हम मिलेंगे दुनिया के उस पार, जहां समाज की बेड़िया हम पर बांधी नही होंगी,
जहा हर शक की नज़र से बरस रही आंधी नही होगी,
जहा खुदको मॉडर्न सोसाइटी कहकर ,हमें बदलने की कोशिश नही होगी,
जहा समाज के रिवाज़ों के नाम पर हमें दुर् करनेकी साज़िश नही होगी,
जहा हमारी ज़िन्दगी का गाना हम लिखेंगे, और बनाएँगे अपनी कोई धुन,
हम मिलेंगे दुनिया के उस पार, जहा मैं हु एक लड़की और, एक लड़की हो तुम!
ભારત નો એક એવો દિવસ જ્યારે વરસાદ પડ્યા વગર બધે ઈન્દ્રધનુષ દેખાયા હતા!!
Sep 6, 2018