अंधेरी रात, बरसते बादल और सूनी सडक. कोने में बैठा एक फटेहाल बूढा आदमी, मैली दाढी, गंदे कपडे, हाथ में लोहे का कटोरा. राहगीर उसे नजरअंदाज करते, कुछ लोग सिक्के फेंककर आगे बढ जाते. कोई नहीं जानता था कि ये झुका हुआ बूढा असल में शहर का सबसे बडा नाम था—कबीर मल्होत्रा. वो हर रात अपने झोपडे में लौटता, और जैसे ही अंधेरा फैलता, उसकी झोपडी का फर्श खुल जाता. नीचे उतरते ही सुनहरी दीवारें, हीरे- जवाहरात, सोने के बक्से, पेंटिंग्स और दुर्लभ हथियारों से भरा तहखाना. कबीर अपने मैले कपडे उतारकर रेशमी शेरवानी पहनता, कटोरे की जगह हाथ में जाम उठाता और आईने में देखते हुए खुद से कहता, दुनिया मुझे भिखारी समझती है, और यही मेरी सबसे बडी ताकत है।
Full Novel
सोने का पिंजरा - 1
अंधेरी रात, बरसते बादल और सूनी सडक. कोने में बैठा एक फटेहाल बूढा आदमी, मैली दाढी, गंदे कपडे, हाथ लोहे का कटोरा. राहगीर उसे नजरअंदाज करते, कुछ लोग सिक्के फेंककर आगे बढ जाते. कोई नहीं जानता था कि ये झुका हुआ बूढा असल में शहर का सबसे बडा नाम था—कबीर मल्होत्रा. वो हर रात अपने झोपडे में लौटता, और जैसे ही अंधेरा फैलता, उसकी झोपडी का फर्श खुल जाता. नीचे उतरते ही सुनहरी दीवारें, हीरे- जवाहरात, सोने के बक्से, पेंटिंग्स और दुर्लभ हथियारों से भरा तहखाना. कबीर अपने मैले कपडे उतारकर रेशमी शेरवानी पहनता, कटोरे की जगह हाथ में ...Read More
सोने का पिंजरा - 2
झील का पानी फिर से शांत हो चुका था, लेकिन जेरेफ और आर्यन के दिलों में तूफान उठ रहा सैरिन काँपते हुए जेरेफ का हाथ थामे खडी थी. उसकी आँखें गीली थीं, लेकिन उनमें कोई अनकहा डर भी झलक रहा था.आर्यन ने भारी साँस लेते हुए कहा,ये पिंजरा सिर्फ सोने का नहीं. ये हमारे खून का है. और जब तक इसका सच सामने नहीं आएगा, हम दोनों अधूरे रहेंगे.जेरेफ ने चुपचाप उसकी तरफ देखा. उसके भीतर सवालों का सैलाब था—क्या वाकई आर्यन उसका भाई है? क्या कबीर अब भी जिंदा है? और अगर है तो उसने यह खेल क्यों ...Read More
सोने का पिंजरा - 3
सुनहरी रोशनी पिंजरे में हल्की- हल्की हिल रही थी. चारों खडे थे, पर हर किसी की साँसें भारी हो थीं. कबीर ने धीरे- धीरे कदम बढाए, जैसे हर कदम उनके डर और मोहब्बत के बीच की खाई को और गहरा कर रहा हो.पहला सवाल, कबीर ने कहा, उसकी आवाज में रहस्य और गंभीरता दोनों झलक रहे थे, तुम्हें अपना सबसे बडा डर चुनना होगा. और वही डर, तुम्हें अपने असली चेहरे से मिलाएगा।सैरिन की आँखों में झलकता डर और मोहब्बत का मिलाजुला भाव उसे और भी नाजुक बना रहा था. उसने जेरेफ की ओर देखा, लेकिन जेरेफ खुद अपनी ...Read More
सोने का पिंजरा - 4
कमरे में धुंध और सुनहरी रोशनी का मिश्रण फैला हुआ था. पिंजरे की सलाखें अब हल्की- हल्की कांप रही जैसे अपने भीतर छुपे राजों को बाहर निकालने की तैयारी कर रही हों. चारों—जेरेफ, आर्यन, सैरिन और कबीर—एक- दूसरे की आँखों में डर और उलझन देख सकते थे.तभी, पिंजरे के अंदर की रहस्यमयी परछाई ने जोरदार आवाज में कहा, जो भी डरता है, वह हमेशा के लिए खो जाएगा. और जो सामना करेगा, वही आगे बढेगा।सैरिन ने झटके से जेरेफ का हाथ पकडा. हमें इसका सामना करना होगा. चाहे जो भी हो, हम साथ हैं।जेरेफ ने उसकी आँखों में देखा. ...Read More