आज अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस है। यह दिवस वृद्धजनों की उचित देखभाल और उनके सम्मान के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस दुनिया भर के बुजुर्ग नागरिकों के लिए एक खास दिन है। 14 दिसंबर, 1990 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस घोषित किया था। पहला अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 1 अक्टूबर, 1991 को मनाया गया था। तभी से यह दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है।
सभी वृद्धजनों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए प्रस्तुत है मेरी एक रचना 🙏🙏
बुजुर्ग
------------
घर की शान बढ़ाते हैं
ये वृद्ध ,बूढ़े और बुजुर्ग
हमसाया बन जाते हैं
यह वृद्ध ,बूढ़े और बुजुर्ग
बचपन कभी सवारां था
इन झुर्रियों भरे हाथों ने
प्रेम से पाला था कभी देकर
दुलार का प्याला ।
अपना सर्वस्व न्यौछावर करके
गमों में भी मुस्कुराते रहे
बच्चों की खातिर अपना जीवन
लुटाते रहे
उनकी खुशी में मुस्कुराते रहे
उनके गमों में आँसू बहाते रहे।
वक्त ने छीन लिया अब इनका यौवन
ये बुजुर्ग अब वृद्ध नजर आने लगे
कुछ को मिला घर में सम्मान
और कुछ वृद्धाश्रम जाने लगे।
तकदीर का खेल है निराला
बच्चे इनसे नजर चुराने लगे
ये अपने बुढ़ापे से लाचार
खुद से समझौता कर
जीवन अपना बिताने लगे।
बस इन्हें थोड़ा सा मान- सम्मान चाहिए
नाती -पोतों का प्यार चाहिए
अपने जीवन के अनुभवों की झोली
विरासत में दे जाएँ ऐसा अपनो का साथ चाहिए
कुछ नही इन्हे बस थोड़ा सा प्यार चाहिए ।
आभा दवे
मुंबई