एक कहानी पढ़ रही थी अमृता प्रीतम की
उसमें कुछ लाइंस थी...
गमला कितना भी बड़ा हो पर गमले में चंपा के फूल नहीं खिलते...फूलों को खिलने के लिए पौधे की जड़ों को धरती की जरूरत होती है।
हम भी कई दफा रिश्तों को गमलों में रोप देते है और उम्मीद लगाए रखते है कि उसमें फूल खिलेंगे।
किसी ने मुझसे एक रोज कहा था
रिश्तों को जितनी आजादी दोगे जितना उन्हें प्यार से सिंचोगे वो उतने ही महक के साथ फलेंगे फूलेंगे।
इसलिए रिश्तों को गमले की बजाय धरती में रोप देना बेहतर है ताकि उनकी जड़े गहरी हो...और फूल दूर तक खुशबू फैला देने वाले🥰
ArUu ✍️