अब कभी कभी सोचती हूं...वो लोग जो सुसाइडल थॉट्स दिमाग में लाते है या खुद किसी तरह से मरने का इरादा करते है उनको ये समझना चाहिए कि भाई
वो काले भैंसे वाला अपना दोस्त तो है नहीं जो पलके बिछाए बैठा है तुम्हें लाने के लिए
तुम जिस दुख से मर रहे हो या जिन लोगों को कद्र के लिए मर रहे जब उन्होंने कदर नहीं की तो वो यमराज जी क्यों करेंगे भाई
तुम्हारे सुसाइड के चक्कर में उसको ओवर टाइम करना पड़ता है सोचो कितनी मौत आती होगी उन्हें जब वो तुम्हे बिना वक्त लेने आते होंगे।
जब सब तय है तो क्यों बिना मतलब उनके प्लान में खलल पैदा करना
सोचो तुम सो रहे हो आराम से या फैमिली टाइम हो तो अचानक कोई काम आ जाए ऑफिस का तो कितना बुरा लगता है बस वैसे ही...बेचारे यमराज जी भी जब चैन से बैठे हो ओर उधर कोई लटक गया...मुझे लगता है पूरे रास्ते टकली में मारते मारते ले जाते होंगे🤢
मत करना भाई बहुत मार पड़ेगी मरने के बाद भी🙁
यहां थोड़ा बहुत दुख सह लेना बस वरना वहां कौन जाने कितनी पिटाई हो...
ArUu ✍️