घर आंगन सूना पड़ा है ,
हम अपने अपने कमरों में
अपने बिस्तर पर हाथ में लिए
छोटे से मोबाइल फ़ोन पर सारी दुनिया को खोज रहे हैं ।
अपनी खुशियों को ढूँढ रहे हैं ।
आँगन खाली पड़ा है ।
चिड़िया भी आकर लौट गई है ।
ड्योढ़ी पर खड़ी गाय भी मुड गई है ।
हम मोबाइल पर परिवार , रिश्तेदारों गाँव ,पर्यावरण ,गोवर्धन न जाने किस किस पर चर्चा परिचर्चा कर रहे हैं ।🙏🏻🙏🏻