हां, तुझ बिन तो अधूरी सी मैं....
तेरी भीगी आंखो की नमी सी मैं,
तेरी सोहबत ना हो तो थमी सी मैं,
अगर तुम मुहब्बत की बारिश हो,
तो महकती जमीं सी मैं,
हां, तुझ बिन अधूरी सी मैं...।।
तेरे दिल की धड़कन सी मैं,
तेरे दरद की तड़पन सी मैं,
दीदार तू करना चाहत हैं तेरा,
ओ रे पिया, उसी दर्पण सी मैं,
हां, तुझ बिन अधूरी सी मैं...।।
तेरी बंसी से निकली धुन सी मैं,
तेरी राधा बसे जिसमें उस मन सी मैं,
तेरे सांवले रंग में समाई,
ओ कान्हा,उस निले रंग सी मैं,
हां, तुझ बिन अधूरी सी मैं...।।