मै श्याम श्याम पुकारू
तो क्या मोहन तुम आवोगे,
मे मीरा जैसे गाऊँ तो
क्या मोहन तुम आवोगे,
मे नरसी बनके पुकारूँगा
क्या मोहन तुम आवोगे,
मे भटक रहाहु माया मै
तुम बचाने आवोगे,
मे राधा राधा पुकारूँगा
तुम सुनने मोहन आवोगे,
मै बनके गजेंद्र वाट तिहारु
तुम बचाने आवोगे,
मे खड़ा हु बनके सालबेग
तुम वाट हमारी निहारोगे,
मै श्याम श्याम पुकारू
तो क्या मोहन तुम आवोगे,