कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता,
कहीं ज़मीं तो कहीं आसमाँ नहीं मिलता।
हमने चाहा था तुझे अपनी हर धड़कन से,
मगर किस्मत से वो कारवाँ नहीं मिलता।
तेरी यादों का साया अब भी साथ चलता है,
हर ख़ुशी के बाद कोई ग़म पल भर में पलटता है।
तूने कहा था — “भूल जाना मुझे…”
पर क्या करूँ, ये दिल अब भी तेरा नाम लिखता है।
- kajal jha