"जब उसने लिखना शुरू किया"
खुल कर जीना शुरू किया,
अपनी feeling को शब्दों में पिरोना शुरू किया...
जब अपनी कल्पनाओं को कहानी का रुप दिया
तब कहानी के एक एक किरदारो को खुद से जिया...
कहानी famous हो या हो flop ये उसने सोचना ही छोड़ दिया...
हमेशा लिखती रहूंगी चाहे उतार हो या चढ़ाव ये वादा उसने अपने आप किया...
"जब उसने लिखना शुरू किया"