🌿 कविता : प्रकृति की गोद में
हरे पेड़ों की छाँव तले,
मन को मिलती शांति गहरे।
पंछियों की मीठी बोली,
जैसे सुर लहराएँ बहरे।
झरनों का संगीत निराला,
नदियों का है मस्त तराना।
फूलों की मुस्कान सुनहरी,
साँसों को खुशबू से सजाना।
धूप सुनहरी, चाँद की चाँदी,
सितारों की जगमग रातें।
धरती माँ की ममता में,
छिपी हैं जीवन की सौगातें।
कभी ये कोमल, कभी प्रचंड,
कभी ठंडी, कभी प्रबल अग्नि।
प्रकृति है जीवन का सच्चा गीत,
जो हर पल सिखाती है लग्न।