आज मेरे घर आए प्रभु बनके नन्हे कन्हैया
आज मेरे घर आए प्रभु बनके नन्हे कन्हैया,
मुरली की मधुर तान सुनाए, भर दें मन में मैया।
नटखट मुस्कान लिए अधरों पर,
मोहन प्यारे नैनन के भीतर।
संग लाए आनंद अपार,
हर ले दुख-संताप हमारे।
आज मेरे घर आए प्रभु बनके नन्हे कन्हैया,
मुरली की मधुर तान सुनाए, भर दें मन में मैया।
पीतांबर में सजे ललन गोकुल,
सिर पर शोभे मोर मुकुट सुंदर।
संग राधा रस रचाए,
भक्तों के मन को हरषाए।
आज मेरे घर आए प्रभु बनके नन्हे कन्हैया,
मुरली की मधुर तान सुनाए, भर दें मन में मैया।