हमसे इश्क़ है या नहीं जवाब भी नही देते,
हमें इस कशमकश-ए-दहर से आज़ाद भी नहीं करते..
मुझ को तो होश नहीं, हो तुम को ख़बर शायद,
लोग कहते हैं तुम इश्क़ में किसी को बरबाद नहीं करते..
मेरी हर साँस है इस बात की शाहिद ऐ मौत,
हम रोया तो करते है,अब पत्थरों से फरियाद नहीं करते...