1.
छूट गया साथ उनका इस मोड़ पर,
जहाँ हमने सबसे ज़्यादा ज़रूरत समझी थी।
वक़्त ने बता दिया,
जो सच्चा लगे, वो हमेशा सच्चा नहीं होता।
2.
तेरे जाने से कुछ नहीं बदला,
बस अब दिल धड़कता नहीं किसी नाम पर।
तेरे बाद जो आया,
वो भी तुझ-सा ही बेवफा निकला।
3.
हमने समझा था तुम हमारी तक़दीर हो,
पर तुम तो बस एक अधूरी तस्वीर हो।
जो हर ख्वाब में थी,
मगर हक़ीक़त से कोसों दूर थी।
4.
तुझसे दूर जाकर भी तुझसे जुड़ा रहा,
तेरी हर याद में मैं खुद को ढूँढता रहा।
बिछड़ना अगर इश्क़ की मंज़िल थी,
तो बता क्यों तू मेरी राहों में रहा?
5.
टूटे ख्वाबों की किरचें चुभी हैं रूह में,
अब कोई भी मरहम असर नहीं करता।
तू था तो सब कुछ था,
अब तेरे बिना दिल किसी पर भी भरोसा नहीं करता।