भारत में वोट वापसी कानूनों की मांग सबसे पहले पहले महात्मा चन्द्र शेखर जी आजाद एवं महात्मा सचिंद्रनाथ जी सान्याल ने की थी। 1927 में अहिंसामूर्ती महात्मा भगत सिंह जी ने जब एचएसआरए जॉइन किया तो उन्होंने भी वोट वापसी कानूनों का समर्थन करना शुरू किया। निचे इनकी पार्टी एचएसआरए के मेनिफेस्टो का अंश दिया गया है।
"हम जिस गणराज्य की स्थापना करना चाहते है, उसमे नागरिको के पास वोट वापिस लेने का अधिकार होगा। यदि भारतीयों के पास वोट वापिस लेने का अधिकार नहीं हुआ तो लोकतंत्र एक मजाक बन कर रह जाएगा"
अहिंसा पुरुष महात्मा चन्द्रशेखर जी आज़ाद