वक्त तो गुजर जाता है...
बस कडवी यादे रेह जाती है।
बाते तो सब केह जाते है...
बस तकलीफ दील को होती है।
कौन यहा पर अपना है...
बस मानलो अपना पर सब पराये है।
तन्हा युही रेह जाते है...
बस अपनो से ही मात खाते है।
कभी हसं लिया करते है...
बस यही ऐक कसर हमको बेफीजुल आती है।
shital ⚘️