सूख दुख की वह मेरी साथी है,
उसमें मेरे जीवन की कहानी है।
दर्द में जब जब मैं होती हूँ,
तब साथी मेरी वो कहलाती है।
मेरे कुछ किस्से और कुछ हिस्से,
वो खुद में समेटकर रख लेती है।
सुख के पल याद दिलाकर,
उदासी में भी मुस्कान लेती है।
जो किसी से मैं न कह पाऊं,
उसे वो मुझ से जान जाती है।
सपने मेरे, सुख मेरे,
मुझे हर पल याद दिलाती है।
बीते पल की हर बात,
जीवन से सीखी हर सीख।
आगे बढ़ने की तमन्ना दे जाती है,
समय जैसा भी हो वो साथ होती है।
और सबसे लड़ने की ताकत दे जाती है,
वो और कोई नहीं मेरी सुख दुख की साथी।
मेरी एक लोटी डायरी है,
मेरी भावनाओं की यही साथी है ।
~ spiritual lover