महकती महोब्बत की अदायगी में शामिल नहीं है
ऐ सनम तुंचाहत की नवाजीश के काबिल नही है
महोब्बत की रिवायतमैं फना होना तेरा काम नही है
यै जज्बा है मर मिटने का ईश्क इतना आम नही है
हसरतो का हदीया खवाहीशो की गठरी भारी नही है
बेईमान दिल है तैरा ईस में कोई दयानतदारी नही है