मित्र वही जो हर कदम पर खड़ा हो,
हर मुश्किल घड़ी में, साथ जड़ा हो।
गिराने में लगी हो सारी दुनियां उसे पर,
वह साथी का मनोबल बढ़ाने में लगा हो।।

मिश्री

-किरन झा मिश्री

Hindi Shayri by किरन झा मिश्री : 111944882
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