आज ठाकुर भी खुश है, जाट भी खुश है।
आज यादव भी खुश है, आज दलित भी खुश है।
आज मुस्लिम भी खुश है, बस आज * हिन्दु* निराश है!
काश्मीर भय मुक्त किया, सब बातें पल में रीत गई।
रामलला के मन्दिर की, पावन शुभ घड़ियां बीत गई।
देख आज के परिणामों को, एक बात तो सिद्ध हुई।
हिंदू हार गया भारत का और जातियां जीत गईं।- ©️जतिन त्यागी