कितना सुंदर, कितना कोमल, कितना निर्मल है,
कल-कल करती झरने जैसी, तो कभी गंगा जल है,

नारी तू कल भी सुंदर थी, आज भी है,
सुंदर तेरा आने वाला हर एक कल है।।
#Women

Hindi Blog by Miss Chhoti : 111933036
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