मैं प्रकृति
देती मुस्कान तुम्हें
मन भरें स्नेह से
प्यार से, दुलार से
न हो द्वेष
सुंदर हो परिवेश
जान लो मुझे
पहचान लो मुझे
मिलो सबसे ऐसे
एक ही पिता की हों संतान
जीवन एक वरदान!!

डॉ प्रणव भारती

Hindi Motivational by Pranava Bharti : 111929543

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