इतनी खूबसूरत मुहब्बत है हमारी।
ना जिस्मों की चाह , ना मिलने की तैयारी।

दूर दूर रहकर भी सदा संग है हम ,,
ये साथ यूहीं रहेगा जाना जन्मों जनम।

तुम यूहीं बुलाओ हम आया करेंगे,
बहुत कम मिलके भी रिश्ता निभाया करेंगे।

जरूरी तो नहीं हर पल ही हम साथ हो।
पर जब भी हो साथ इन हाथों में तेरा हाथ हो।

तुम आसमान की ऊंचाइयों को छू लो यही दुआ है।
अपनी जान से भी ज्यादा इश्क तुमसे हुआ है।

ओ मेरी जान तुम सदा ही स्वस्थ रहो।
अपने अकेलेपन में भी सदा मस्त रहो।

महादेव हर पल तुमको दे सहारा ।
और सदा वो संभाले ये रिश्ता हमारा ।

~kamini #shayari

Hindi Shayri by Kamini Trivedi : 111927570
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