🌹दूआओं का असर दिखाती है ज़िन्दगी🌹
🌹अब तेरे नाम पर मुस्कुराती है ज़िन्दगी🌹
🌹बरसों तेरे इंतज़ार में जलती रही शमा🌹
🌹अब तेरे साथ पर इतराती है ज़िन्दगी🌹
🌹ज़िन्दगी भर खंजरों से गोदा गया जिगर🌹
🌹अब देखो ज़ख्मों को सहलाती है ज़िन्दगी🌹
🌹जान रहे है ,,कौन अपना है ,,कौन है पराया🌹
🌹फिर भी रिश्तों को बखूबी निभाती है ज़िन्दगी🌹
🌹अपनों के शिकवों का नहीं कोई गिला🌹
🌹परायों के दर्द से रुलाती है ज़िन्दगी🌹
🌹चलते–चलते थककर चूर है जिस्म🌹
🌹 देखें कब नींद में सुलाती है ज़िन्दगी🌹
~कामिनी त्रिवेदी ✍️
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