मोहब्बत की बारिश में भीग जाएंगे ऐसा बरसेगा सावन..
मैं बन जाऊं सजनी तुम्हारी तुम बन जाओ मेरे साजन..
 तुम्हारी मोहब्बत में तनहाई भी अच्छी लगती है..
 जिंदगी में तेरी चाहत की मुझे फरमाइश लगती है..
 तुमको सोचूं तो हर पल हो जाता मेरा बड़ा मनभावन..
 मोहब्बत की बारिश में भीग जाएंगे ऐसा बरसेगा सावन...
 हम मन के जज्बातों को बड़े ध्यान से पढ़ते हैं..
 तुम सिर्फ मेरे हो,,तुम्हें अपने ख्वाबों में गढतें हैं..
 इश्क ही मेरा रब इश्क में लगता मुझको सब पावन..
 मोहब्बत की बारिश में भीग जाएंगे ऐसा बरसेगा सावन...
 सुनो हम मौसम नहीं जो कभी भी बदल जाएंगे...
 आफताब सा जलते है हर मौसम में निकल आएंगे..
 इश्क की दास्तान लिखते लिखते गुजर जाएगा जीवन..
 मोहब्बत की बारिश में भीग जाएंगे ऐसा बरसेगा सावन..
 तुम्हारा साथ पाकर जीने का बहाना मिल गया...
 नाम आंखों से मेरे लबों ने मुस्कुराना सीख लिया..
 तुम हमेशा साथ रहना मेरे जैसे,,राधा संग रहे मोहन..
 मोहब्बत की बारिश में भीग जाऐगे ऐसा बरसेगा सावन..