प्यार झूठा ही सही एक बार करना चाहता हू ! खोलो अपने दिल का दरवाजा मेरे लिए उसमे एक छोटा सा घर बंनाना चाहता हूँ, अपने खूबसूरत सपनो कि दुनिया कि रानी बनाना चाहता हूँ, सपना ही सही एक बार जीना चाहता हू। जो टूटा है उसे जोड़ना चाहता हूँ, प्यार झूठा ही सही एक बार करना चाहता हूँ! रूह से रूह का रिश्ता जोड़के तेरे लबो पे अपना नाम लिख के कभी ना टूटने वाला बंधन बांधना चाहता हूँ। टूटे विश्वास को मोतियों मे पिरो के विश्वास की माला पहनाना चाहता हूँ। जो कभी किसी ने किया नही वैसा प्यार करना चाहता हूँ, तुम सास भी लो तो उसकी आवाज मे भी अपना नाम सुनना चाहता हू। तुम्हारे हर दर्द कि दवा बनना चाहता हूँ । तुम खुश रहो यही दुआ करता हू, हर दुआ मे तुम्हारा नाम लेना चाहता हू!प्यार झूठा ही सही एक बार करना चाहता हू।