बदलते वक्त के साथ हालत है बदले,
बदले है हम रिश्ते नाते है बदले,
बदले मौसम में व्यवहार है बदले,
बदला रिश्ता कई दोस्त हैं बदले,
बदले घर,समान,रहन सहन है बदले,
बदले खानपान,पोशाक से पहचान है बदले,
बदले मंदिर और भगवान भी है बदले,
बदले हम हमारे लिए जमाना है ना बदला,
बदली ना मन की सोच,कभी मन है ना बदला.
-Jignesh Shah