वो बातें कुछ खास थी
उन रातों में कुछ तो बात थी
अजनबी से हम दोस्त बने
कुछ अलग वो बरसात थी
दिल की बात कह ना सके तुमसे
दुर तुम भी तो राह ना सके हमसे
एक अरमान है अधूरा सा
पर तुमसे इश्क है पूरा सा
इन फिज़ाओं में महकता अहसास है
हाय वो लड़का कुछ खास है
तुम्हारा अंदाज़ है अलग
इश्क का मिजाज भी जुदा
तेरे इश्क की दीवानगी में हम हुए मलंग
इश्क की इबादत तुम्हे माना अपना खुदा
-Kavya Soni