आजकल जमाना यूंही बदल गया!
जिन्होनें आँखों का तारा समझ बड़ा किया!
उन्हें कोई घर से निकल दे गया!
जिन्होनें इज्जत दी भर भर कर! उन्हें हो कोई बे आबरू कर गया!
और जिस पर था विश्वास खुदा से भी ज्यादा! आख़िर में वो जिगरी धोंका दे गया!
और आजकल जमाना यूं ही बदल गया!