आज भी तेरी यादों को मन में बसाए फिरते हैl
कुछ बात थी तुममें वो किस्से बताते फिरते हैll
आज चोखट पे तेरी बेशरम बने फिरते हैl
रूह को मेली करके तेरे इश्क़ में पागल फिरते हैll
कुछ बात है तुजमे जो यादों में तेरी फिरते हैंl
लाख मनाया दिल को फिरभी सपनों में फिरते हैंll
वो यादों को वो लम्हों को हम आज भी जीते फिरते हैंl
मेरे गमों की ये कहानी में ख़ुद पे जुल्म किए फिरते हैंll
बे ख़बर तेरे प्यार में सबक बने हुए फिरते हैंll
-PARIKH MAULIK