" मुझे इश्क से नफरत नही है,,,
पर तुम्हारे बाद किसी से हुआ ही नही है,,,
जो हुआ वो महज आकर्षण था,,
फिर भी मैने हर किसी में तुम्हारा ही अक्श तराशा था,,,
यह मोहब्बत भी बडी जालिम सी होती है,,
एक बार जिसे दिल में बसा ले,
ताउम्र बस उसके लिये ही जग जाहिर होती है,,
न जाने लोग कैसे लगा लेते है दिल हजारो से,,
तुम्हारे जाने के बाद मेरा मन उठ सा गया है,,
उन साज - श्रृंगार के बाजारो से,,,,"
-Vandana thakur