कुछ सवाल मेरे, सवाल ही रहे
कुछ अधूरी ख्वाहिशें, अधूरी ही रहीं
पहले जो तेरी तस्वीरों से दिन
काट लिया करते थे
अब तो तेरी तस्वीरें भी कम पड़नी लगीं ।

- SHUBHAM SONI

Hindi Shayri by SHUBHAM SONI : 111829776

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