लोगों का भी बस एक ही सवाल है।
जब मिलते हैं और बताओ क्या हाल है।
पता नही कि उबल रहा है देश
हो रहें दंगे हर तरफ बवाल है।
और पूछते हो कि क्या हाल है।
पाई पाई लगा कर फसल तैयार की
साँड़ चर गए खेत किसान हलाल है।
रोज़ हो रहा है बलात्कार यहां
अपराधी पकड़ में आये क्या मजाल है।
चौकी से लेकर थाने तक भ्रष्ट सरकार है
जिसकी लाठी उसकी भैंस क्या कमाल है।
अब तुम ही बताओ बंधु मेरे।
कब होगा सुधार मेरा यही सवाल है।