जाने कितने ही घर बर्बाद हो जाएँगे,,
जाने कितनी ही आंखो के आँसू बहकर सूख जाएँगे,,
नहीं रुका गर बर्बादी का मंजर ये जल्द,,
तो जाने कितनी ही जमीं की मिट्टी को नफरत की आग के गोले ये,
सदियों के लिए यूँ बंजर कर जाएँगे।।
" युद्ध ताकत का प्रमाण हो सकता है, निर्णायक हो सकता है, लेकिन आखिरी विकल्प कभी नहीं हो सकता।।"
-Khushboo Bhardwaj RANU