जाने कितने ही घर बर्बाद हो जाएँगे,,
जाने कितनी ही आंखो के आँसू बहकर सूख जाएँगे,,
नहीं रुका गर बर्बादी का मंजर ये जल्द,,
तो जाने कितनी ही जमीं की मिट्टी को नफरत की आग के गोले ये,
सदियों के लिए यूँ बंजर कर जाएँगे।।

" युद्ध ताकत का प्रमाण हो सकता है, निर्णायक हो सकता है, लेकिन आखिरी विकल्प कभी नहीं हो सकता।।"

-Khushboo Bhardwaj RANU

Hindi Thought by Khushboo Bhardwaj RANU : 111787849
Khushboo Bhardwaj RANU 2 year ago

जी बिल्कुल।

shekhar kharadi Idriya 2 year ago

बिल्कुल सार्थक कहा, क्योंकि युद्ध से हमेशा विनाश और गंभीर परिणाम निर्मित होते हैं ।

Khushboo Bhardwaj RANU 2 year ago

सच तो है ,पर बहुत भयानक सच।

A.P 2 year ago

Sahi kaha apne di👍👍

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