#pagalpan

बेचैन रातें , भारी भारी दिल
जगी आँखें , हर-एक में पागलपन है !

ये नन्हे सपने , बोझ से लदे दिमागों में
पनपने की हिम्मत कर ही लेते हैं !

धूप का टुकड़ा , अँधेरे सोये कमरों में
उम्मीद जगाकर लौट जाता है ...

सीलन की गंध याद दिलाती है
यहाँ तुम्हारा कोई नहीं ...
सिर्फ अकेलापन है ।

सपने, धूप, गंध...
हर - एक में पागलपन है ,

ये पागलपन ही तो है ...
जो हर-एक को हर-एक से जोड़ता है ,

हम थके नहीं है, हम रुके नहीं है ,
हम बेजान नहीं हुए अभी तक ...

क्योंकि हर - एक में पागलपन है ! 😍

English Motivational by WR.MESSI : 111721796

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