कितना मुश्किल सवाल है
सच कहूं तो खुद से नफ़रत होने लगी है,
ना ज़िंदगी जी पा रहा हूं,
ना चैन से मर पा रहा हूं,
ना ढंग से सो पा रहा हूं, ना ढंग से जाग पा रहा हूं,
ओर लोग पूछ रहे है क्या हाल है,
उन्हे कौन बताए कि
मेरे लिए ये कितना मुश्किल सवाल है।।
-- किशन_साहू