Hindi Quote in Poem by Prachi Sharma Kaur

Poem quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

हम ख़ुशफ़हमी में थे कि
रामराज्य लौट आया है
हम ख़ुशफ़हमी में थे कि
अब अत्याचारी के जलाए जाने का होगा उत्सव
हम ख़ुशफ़हमी में थे कि
सब परस्पर रहेंगे सौहार्द्र से
हम ख़ुशफ़हमी में थे कि गुंडे बदमाश
शासक के सुशासन से भयाक्रांत हो
भाग गए हैं सीमाओं के बाहर
हम ख़ुशफ़हमी में थे कि
अत्याचारियों को ढूंढ ढूंढ कर
मारी जा रही हैं गोलियां
हां हम ख़ुशफ़हमी में थे
सोए हुए अपने ही खोल में कि
हमारी नाक के नीचे से
हमारी ही बेटी को धर दबोचा
गली के कुत्तों ने
नोच -नोच कर बोटियाँ चबायीं
हम तो लेकिन ख़ुशफ़हमी में थे कि
तभी अंधेरी रात में
जला दिया उसे
हमारी नई व्यवस्था ने
ताकि बनी रहे हमारी ख़ुशफ़हमी
डॉ प्राची शर्मा

Hindi Poem by Prachi Sharma Kaur : 111581661
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now