काश कोई ऐसा मिलाजाये
जो आखों की आशुयो का वजह पुछजाये।
दिन की उजाला दुनिया के सामने तो हम अपनी होंठो में हसीं रख लेंगे ।
लेकिन अन्धेरे आसमान में चमकता सितारों के सामने नही ।
काश कोई ऐसा मिलाजाये
जो दिल में भरी हुई दर्द के बारे मे जानसके।
परिवार, दोस्त, रिश्तेदारों के साथ तो दिल खोलके मजाक कर लेंगे ।
लेकिन अकेले में जख्म देने वाला यादों के साथ तो सिर्फ सजा ही मिलती है ।