इस आभासी जगत की लत को छोड़ना चाहते हो,
जीवन की पथरीली राह पर आगे बढ़ना चाहते हो..
तो बढ़ो न..
तुम्हें रोका किसने है..
हकीकत की धरातल पर बढ़ो आगे..
तुम्हें टोका किसने है..
तो बढ़ो आगे..
पर जान लो इतना,
हकीकत की भूमि यथार्थ तो होती है,
लेकिन बिना कल्पनाओं और सपनों के
जीना सीखा किसने है..!!
#बढ़ना